मंगलवार, 30 दिसंबर 2008

मेरी पसंदीदा फिल्में

सत्तर के दशक के शुरूआती दौर की जिन फिल्मों ने मुझे बहुत ज्यादा प्रभावित किया 'मिस्सिंग'(MISSING) उनमें से एक है। कोस्ता गाव्रास (COSTA GAVRAS) की यह फ़िल्म मैं कई बार देख चुका हूँ। आधुनिक समाजकी 'आधुनिकता' की अवधारणा को उजागर करती यह फ़िल्म तथाकथित लोकतान्त्रिक शक्तियों के भीतर कीपशुता को भी नंगा करती है . कोस्ता विश्व सिनेमा के एक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर है। सारी फ़िल्म में गति को बरकराररखते हुए अपने विषय वस्तु पर वे अपनी पकड़ बनाये रखते हैं। उनकी फ़िल्म देख कर आप वह नहीं रह जाते जोफ़िल्म देखने से पहले होते हैं व्यावसायिक सिनेमा और सिनेमा में जो लोग आसानी से फर्क नहीं कर पाते उन्हेंयह फ़िल्म जरूर देखनी चाहिए। कोस्ता की सबसे बड़ी बात यह है की उसे सब कुछ साफ़ दिखायी देता है फ़िल्म के मध्यम से वे आपको सब कुछ अपने नज़रिए देखने के लिए बाध्य करते हैं और फ़िल्म के बाद वे आपको अकेला छोड़ देते हैं
फ़िल्म देखने के बाद अपने विचार व्यक्त करने में खुले दिल से काम लें, अच्छा लगेगा.


MISSING
PART 1


PART 2 PART 3 PART 4 PART 5 PART 6 PART 7 PART 8 PART9

PART 10 PART 11 PART 12 PART १३




पिछले दिनों गौर्दियन में प्रकाशित माया जग्गी से कोस्ता का साक्षात्कार आप यहाँ पढ़ सकते हैं साक्षात्कार




THE BICYCLE THIEF



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